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Monday, 1 September 2014

एक किसान...!

एक किसान ने अपने दस के दस बच्चों को एक कतार में खड़ा हुआ था. और उन्हें जांच हो रही थी कि
"बताओ छत पर रखे ड्रम को किसने धक्का देकर सीढ़ियों से नीचे गिराया?"
बच्चे कोई जवाब नहीं दिया.
किसान ने फिर जोर देने के पूछा. "ड्रम को किसने धक्का देकर सीढ़ियों से नीचे गिराया था?"
फिर किसी ने जवाब नहीं दिया.
किसान ने कहा. "ठीक है. एक कहानी सुनाता हूँ. था राजा और एक था उसका बेटा शहजाद ... . एक दिन राजकुमारी कुल्हाड़ी से राजा पसंदीदा अनार के पेड़ काट दिया. राजा को पता चला तो उसने सबसे पूछा कि पेड़ किसने काटा?. प्रधानों सच बोला कि उसने पेड़ काटा. राजा उसके सच बोलने पर खुश हुआ और उसे कोई सजा नहीं दी. और उसे माफ कर दिया. अब बताओ कि ड्रम धक्का किसने दिया था? "
यह सुनकर सबसे छोटा बेटा बोल पड़ा कि ड्रम उसने धक्का दिया था.
किसान आगे बढ़कर बेटे को दो तीन थप्पड़ लगा दिए.
थप्पड़ खाकर मासूम बेटा रोने लग गया और लाल अनार जैसे गाल सहलाता हुआ बोला.
"राजकुमार सच बोला, उसे सज़ा नहीं. सच बोला तो मुझे सजा क्यों?"
किसान ने जवाब दिया. "जब राजकुमारी पेड़ काटा था राजा पेड़ के भीतर जो नहीं था -

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