Translate

Tuesday, 2 September 2014

किसी देश में एक कानून..!

किसी देश में एक कानून है कि वह एक साल बाद अपना राजा बदल लेते. इस दिन जो भी सबसे पहले शहर में प्रवेश करती तो उसे राजा चुन लेते और इससे पहले वाले राजा को एक बहुत ही खतरनाक और मील फैले जंगल के बीचों बीज छोड़ आते जहां बेचारा अगर दरिंदों किसी तरह अपने आप को बचा लेता तो भूख प्यास से मर जाता जाने कितने ही राजा ऐसे ही वर्ष राज्य के बाद जंगल में जाकर मर खप गए ...
इस बार शहर में प्रवेश करने वाला युवा किसी दूरस्थ क्षेत्र लग रहा था सब लोगों ने आगे बढ़कर उसे बधाई दी और उससे कहा कि आप इस देश का राजा चुन लिया गया है और उसे बड़े सम्मान के साथ महल में ले गए वह हैरान भी हुआ और खुश भी सिंहासन पर बैठते हैं पूछा कि मुझसे पहले राजा कहाँ गया तो दरबारियों ने उसे इस देश का कानून बताया कि हर राजा साल बाद जंगल में छोड़ दिया जाता है और नया राजा चुन लिया जाता है यह सुनते हैं वे एक बार तो परेशान हुआ लेकिन उसने अपनी बुद्धि का उपयोग करते हुए कहा कि मुझे उस जगह ले जाओ जहाँ तुम राजा को छोड़कर आते हैं. दरबारियों ने सिपाहियों को साथ लिया और राजा सलामत जगह बनाने जंगल में ले गए, राजा अच्छी तरह जगह की समीक्षा और वापस आ गया ....
अगले दिन उसने पहला आदेश यह दिया कि मेरे महल जंगल तक सड़क निर्माण किया और जंगल के बीचों बीज एक सुंदर महल बनाया जाए जहां हर प्रकार की सुविधा मौजूद है और महल के ारदगर सुंदर बगीचे लगाए जाएं, राजा आदेश का पालन हुआ और निर्माण शुरू हो, कुछ ही समय में सड़क और स्थान बनकर तैयार हो ...
एक साल पूरे होते ही राजा ने दरबारियों से कहा कि अपनी रस्म पूरी करो और मुझे वहाँ छोड़ आओ जहाँ मुझसे पहले राजाओं को छोड़ आते थेदरबारयों ने कहा कि राजा सलामत आज यह प्रथा समाप्त हो गई क्योंकि हमें एक बुद्धिमान राजा मिल गया है, वहाँ तो हम बेवकूफी राजाओं को छोड़कर आते थे जो एक साल के राज्य के मजे में शेष जीवन भूल जाते और अपने लिए कोई व्यवस्था नहीं है, लेकिन आप बुद्धिमानी का प्रदर्शन किया कि आगे खूब व्यवस्था फरमालया. हमें ऐसे ही बुद्धिमान राजा की आवश्यकता थी अब आप आराम से सारा जीवन हम पर हुकूमत ....
"अब आप लोग सोचेंगे कि कुछ दिन बाद हमें भी दुनिया वाले एक जगह छोड़ देंगे तो हम समझदारी दिखाते हुए वहां अपना स्थान और उद्यान विकसित किए हैं या नहीं या मूर्ख बन ही कुछ तेजी जीवन मज़ों में लगे हुए हैं और एक बहुत लंबे जीवन बर्बाद कर रहे हैं "... जरा सोचेये कि फिर पछताता की मोहलत नहीं मिले ____!

No comments:

Post a Comment